नई दिल्ली; पूर्वी दिल्ली जिला शाहदरा दिलशाद गार्डन स्थित ईहभास अस्पताल में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय नर्सेज दिवस। 12 मई 1820 को फ्लोरेंस नाइटेंगल का जन्म इटली में हुआ था जिनको की आधुनिक नर्सिंग की जनक के तौर पर जाना जाता है
उनके जन्मदिवस के खास अवसर पर ही 12 मई को अंतर्राष्ट्रीय नर्सेज दिवस मनाया जाता है, एक धनी परिवार में जन्म लेने के बावजूद भी फ्लोरेंस नाइटेंगल को 16 वर्ष की छोटी सी उम्र में ही एहसास हो गया था कि उनका जन्म मानव सेवा के लिए ही हुआ है। इस अंतर्राष्ट्रीय नर्सेज दिवस के अवसर पर ईहभास अस्पताल के निदेशक डॉ आर के धमीजा ने सभी नर्सिंग स्टाफ को बधाई देते हुए एवं उनका हौसला अफजाई करते हुए यह कहा कि आप लोगों की मेहनत और लगन के द्वारा ही मरीजों को एक अच्छी सेवा प्रदान होती है तथा मरीजों के प्रति आपका सेवा भाव काबिले तारीफ होता है।
इस विशेष अवसर पर अस्पताल के डीएमएस डॉक्टर ओम प्रकाश ने भी नर्सिंग स्टाफ को संबोधित करते हुए यह कहा कि आप लोग देश ही नहीं विश्व का गौरव है आपकी सेवा भाव का कोई भी जवाब नहीं है इसीलिए देश में नहीं सारे विश्व में अंतरराष्ट्रीय नर्सेज दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की मुख्य थीम “हमारी नर्सेज हमारा भविष्य” रहा इस विशेष मौके पर असिस्टेंट प्रोफेसर साइकैटरिस्ट नरसिंग डॉ रिंजू सूसन बेबी ए एन एस अनिल कुमार राय की गरिमामय उपस्थिति ने सभी नर्सेज स्टाफ को हर्षोल्लास से भर दिया। सभी नर्सिंग ऑफिसर और स्टूडेंट्स ने इस अवसर पर बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी दर्ज करवाई जिससे अंतर्राष्ट्रीय नर्सेज दिवस का महत्व सारी दुनिया को पता लग सके।