मौत हो जाने के बाद शव को खाई से नीचे फेंक दिया। इसके बाद शव पर कई पत्थर रख दिए। इससे शव नजर नहीं आ रहा था।
गाजियाबाद के भोजपुर स्थित गांव चुड़ियाला निवासी वीरेंद्र उर्फ सोनू ने अपनी पत्नी मंजू शर्मा (41) की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी ताकि उसे तलाक के बाद कोर्ट के आदेश पर तय हुआ छह हजार रुपये प्रति माह का भरण पोषण भत्ता न देना पड़े। हत्या के लिए वह मधु को बहाने से हरिद्वार ले गया। वहां चंडी देवी मंदिर के पास उसके दुपट्टे से ही गला घोंटकर हत्या कर दी और शव खाई में फेंक दिया। पुलिस ने बृहस्पतिवार को सोनू को गिरफ्तार कर इसका खुलासा किया।
भरण पोषण खर्च देने से बचने के लिए कर दी हत्या
दोनों की शादी दिसंबर 2002 और तलाक 2014 में हुआ था। इसके बाद मंजू ने भरण पोषण खर्च के लिए वाद दायर किया। सितंबर 2024 में कोर्ट के आदेश के मुताबिक सोनू को पांच लाख रुपये एकमुश्त और छह हजार रुपये प्रतिमाह भरण पोषण खर्च के रूप में देने थे। बिजली मेकेनिक सोनू रकम देने से बचना चाहता था।
‘तलाक के बाद नहीं लगता मेरा मन’
एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि सोनू ने पूछताछ में पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है। उसने कुछ दिन पहले कॉल करके यह कहना शुरू कर दिया था कि तलाक के बाद से उसका मन नहीं लग रहा है। उसने मधु से कहा कि वह फिर से साथ रहना चाहता है। उसकी बातों में आकर मधु इसके लिए राजी हो गईं। दोनों में बातचीत होने लगी।
मधु से कहा था अपने किए पर पछतावा हो रहा
सोनू ने पूछताछ में बताया कि साजिश के तहत उसने मधु से कहा कि उसे अपने किए पर पछतावा हो रहा है। उसने उसे बहुत तकलीफ पहुंचाई है। अब वह पश्चाताप करना चाहता है। इसके लिए वह हरिद्वार के चंडी मंदिर जाकर क्षमा याचना करेगा। वहां से वापस आकर दोनों साथ रहेंगे।
कार से ले गया था मधु को हरिद्वार
पश्चाताप करने की बात कहकर वह 21 जनवरी को अपनी कार से मधु को अपने साथ ले गया। वहां दोनों ने चंडी देवी के दर्शन किए। सोनू ने क्षमा मांगने का नाटक किया। वापसी में चंडी देवी मंदिर के पास ही सुनसान जगह देख उसने मधु के दुपट्टे से उनका गला घोंट दिया। मौत हो जाने के बाद शव को खाई से नीचे फेंक दिया। इसके बाद शव पर कई पत्थर रख दिए। इससे शव नजर नहीं आ रहा था।
बुटीक जा रही थी मधु रास्ते से ले गया था सोनू
सोनू ने पुलिस को बताया कि उसने मधु से कहा था कि वह बिल्कुल बदल चुका है। चंडी देवी से लौटकर दोनों साथ रहेंगे, लेकिन तब तक किसी को इस बारे में कुछ न बताएं। वह सभी को सरप्राइज देना चाहता है। मधु उसके इरादे भांप नहीं पाईं। वह गाजियाबाद के एक बुटीक में काम करती थीं। 21 जनवरी को घर से बुटीक के लिए निकली थीं। सोनू फोन पर संपर्क में था। कार से पहुंचा और रास्ते से ही मधु को साथ ले गया। उसने बताया कि 21 जनवरी की शाम ही हत्या कर दी थी।
शराब का आदि है सोनू
इसके बाद उसका और अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया था। वह नशे का आदी है। परिजनों को गुमराह करने के लिए वह हत्या करने के लिए मधु के कई रिश्तेदारों के पास गया। उसने शराब के लिए पैसे मांगे। यह सब इसलिए किया, ताकि उस पर शक न हो।
कॉल डिटेल से मिला पुलिस को सुराग
मधु 21 जनवरी को लापता हो गई थीं। परिजनों को उनका कुछ पता नहीं चल पा रहा था। उनका मोबाइल फोन स्विच आफ था। पुलिस ने तीन दिन बाद गुमशुदगी दर्ज की। मधु के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही थी। लोगों ने मधु की तलाश के लिए कैंडल मार्च निकाला। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। दो दिन पहले मंगलवार को हरिद्वार पुलिस ने पहाड़ी के नीचे से मधु की लाश बरामद की। भोजपुर थाना पुलिस से इसकी जानकारी मिलने पर वे लोग हरिद्वार पहुंचे और शव की शिनाख्त की। इसके बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की। एसीपी का कहना है कि मधु के मोबाइल की काॅल डिटेल निकलवाई गई। इसमें उनकी सोनू के साथ बातचीत का पता चला। इसी आधार पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो खुलासा हो गया।