मंत्री राव नरबीर सिंह ने प्रस्तावित ग्लोबल सिटी साइट का किया निरीक्षण
गुरुग्राम। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह ने शनिवार को ग्लोबल सिटी परियोजना का दौरा किया और निर्माण कार्याें की जानकारी ली। ग्लोबल सिटी राष्ट्रीय राजमार्ग 48, 352 डब्ल्यू व द्वारका एक्सप्रेसवे से सीधे कनेक्ट होगी और 6 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर सहित कृत्रिम झीलें होंगी। उन्होंने एचएसआईडीसी, वन विभाग व परियोजना के निर्माण कार्य से जुड़ी एजेंसी के अधिकारियों के साथ निर्माण कार्यों की समीक्षा भी की। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि गुरुग्राम संभावनाओं का शहर है। जिसमें एक तरफ विश्व की सबसे बड़ी जंगल सफारी जैसी परियोजना फलीभूत होने जा रही है। दूसरी ओर देश की पहली ग्लोबल सिटी विकसित करने का काम भी जारी है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम की वैश्विक स्तर की पहचान को नई बुलंदियों तक ले जाना हरियाणा सरकार की प्राथमिकता है। ग्लोबल सिटी विकसित होने से यहां निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी। यह ग्लोबल सिटी गुरुग्राम में एनपीआर और सीपीआर के बीच 1003 एकड़ भूमि पर विकसित की जा रही है। जिसमें बड़े व छोटे भूखंडों की विस्तृत योजना बनाई गई है। इसके पहले फेज का काम अगले वर्ष के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। मंत्री ने बताया कि ग्लोबल सिटी में निवेश की रुचि के साथ विश्व की फॉर्च्यून 500 कंपनियां पहले से ही राज्य सरकार के संपर्क में हैं।
मल्टी मॉडल परिवहन मार्गों का उपयोग किया जाएगा एचएसआईडीसी के डीजीएम अरुण गर्ग ने बताया कि ग्लोबल सिटी- वर्क, प्ले और ट्रांजिट-ओरिएंटेड वॉक-टू-वर्क आधारित भविष्य के लिए तैयार और पर्यावरण के अनुकूल डिजाइन पर आधारित है। जिसे राष्ट्रीय राजमार्ग 48 व 352 डब्ल्यू सहित द्वारका एक्सप्रेस-वे से सीधे कनेक्ट किया जाएगा। डीजीएम ने बताया कि ग्लोबल सिटी के पास 4753.8 करोड़ रुपये का परियोजना विकास बजट है और ग्लोबल सिटी में बुनियादी ढांचे के विकास को शुरू करने के लिए लगभग 940 करोड़ रुपये का पहला टेंडर आवंटित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि ग्लोबल सिटी में निवासियों की आसान आवाजाही के लिए मल्टी मॉडल परिवहन मार्गों का उपयोग किया जाएगा।