जिससे यह पता चलता है कि भारतीय जनता पाटी के निगम में पिछले 15 साल के शासन में जो सफाई व्यवस्था में कुव्यवस्था थी वही अब भी है ओर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व पार्षदों ने यह स्वीकार भी कर लिया है साथ ही निगम के एकीकरण के बाद यमुना पार के लोगो को कई गुना बढे हाउस टेक्स का भी भुगतान करना पडेगा जिससे यमुनापार की जनता की जेब पर अतिरिक्त बोझ पडेगा। इसी प्रकार अनेक प्रकार के बोझ जैसे एजूकेशन सेस, सफाई टेक्स लगाये जाने की योजना बनाई जा रही है जिससे यमुनापार के गरीबो और मिडिल क्लास के लोगो पर बढती महगांई के अलावा इन बढे टेक्सो के बोझ तले दबना पडेगा।
दिल्ली नगर निगम में अब अफसरशाही होने के कारण दिल्ली नगर निगम में कोई
जनप्रतिनिधी भी नही जो इन अन्यायो और जनता के साथ हो रहे अत्याचारो के विरूद्ध
आवाज उठा सके। जिन अफसरो के हवाले दिल्ली की जनता को कर दिया गया है वे स्वय
जनता के शोषणकर्ता हो गये है। उनसे मिल पाना भी आम आदमी की पहुंच से बाहर है। मै केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह से यह मांग करती हूँ कि दिल्ली में जल्द से जल्द चुनाव करवाकर प्रजातांत्रिक व्यवस्था लागू कराए ताकि जनता अपने जनप्रतिनिधियो
के माध्यम से निगम सदन में अपनी आवाज को पहुचा सके ।