राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के साथ ठंड का असर भी दिख रहा है। पहाड़ों से आने वाली हवाओं में ठिठुरन बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने दिल्ली को लेकर पांच दिन तक का अलर्ट जारी किया है। वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम के साथ 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है।
राजधानी में पहाड़ों से आने वाली हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। लोगों को सुबह-शाम के साथ दिन में भी ठंड महसूस होने लगी है। यही नहीं, गिरते तापमान को देखते हुए लोगों ने रात के समय ठंड से बचने के लिए अलाव व रूम हीटर का सहारा लेना शुरू कर दिया है। रविवार को अच्छी ठंड रही। हालांकि, शीत लहर से लोगों को राहत मिली। ऐसे में न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम के साथ 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, कुछ इलाकों में न्यूनतम तापमान चार डिग्री के करीब रिकॉर्ड हुआ। अगले पांच दिन तक ठंड कंपकंपाएगी।
आज ऐसा रहेगा मौसम मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सोमवार को न्यूनतम के साथ अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि कुछ स्थानों पर सुबह स्मॉग, हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा रहने की संभावना है। शाम व रात में स्मॉग का अनुमान है।
रविवार को सुबह-शाम धुंध रही। हालांकि, धूप खिलने के बाद मौसम में बदलाव आया। ऐसे में लोगों ने धूप का आनंद लिया। वहीं, पार्क में बच्चों से लेकर युवा खेलते दिखे। शाम होते-होते लोगों को अच्छी-खासी ठंड का अहसास हुआ। वहीं, अधिकतम तापमान भी सामान्य रहा, जोकि 23.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सोमवार को अधिकतम तापमान 23 डिग्री और न्यूनतम तापमान 5 डिग्री रहने का अनुमान है। कमोबेश यही स्थिति कई दिन तक रहेगी। ऐसे में ठंड लोगों को कंपकपाएगी।पूसा में 3.8 डिग्री न्यूनतम तापमान हवा में नमी का स्तर 28 फीसदी के साथ 94 फीसदी तक रहा। ऐसे में पूसा व राजघाट में न्यूनतम तापमान अन्य केंद्रों के मुताबिक सबसे कम दर्ज किया गया। यहां न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस रहा। आया नगर में 5.2, लोदी रोड में 5.3, नरेला में 5.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया।
फिर बेहद खराब श्रेणी के करीब हवा, एक्यूआई 294 दर्ज राजधानी में तापमान में गिरावट आने के साथ ही मौसमी दशाओं के बदलने से हवा एक बार फिर बेहद खराब श्रेणी की दहलीज पर पहुंच गई है। लोगों को फिर से प्रदूषित हवा में सांस लेनी पड़ रही है। वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने अगले छह दिनों तक हवा के बेहद खराब श्रेणी में रहने का पूर्वानुमान लगाया है। रविवार को लोगों ने खराब हवा में सांस ली। इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 294 दर्ज किया गया।
रविवार को हवाएं उत्तर-पूर्व दिशा से छह किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से चलीं। शाम को हवा की गति कम होने से प्रदूषक संघन हो गए। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार आनंद विहार और वजीरपुर सहित 20 इलाकों में हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई। जबकि नरेला, आया नगर, डीटीयू समेत 10 इलाकों में हवा खराब श्रेणी में रही। भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक वेंटिलेशन इंडेक्स एक हजार वर्ग मीटर रही। यह औसत से कम है। वहीं, अगले 24 घंटे में यह 500 वर्ग मीटर दर्ज की जा सकती है।
एनसीआर के शहरों का एक्यूआई सीपीसीबी के अनुसार एनसीआर में फरीदाबाद का एक्यूआई सबसे कम रहा। यहां एक्यूआई 143 रहा, जोकि मध्यम श्रेणी में है। साथ ही, ग्रेटर नोएडा में 262, गुरुग्राम में 239, नोएडा में 213 और गाजियाबाद में 224 एक्यूआई रहा।
ग्रेप दो लागू होते ही दिल्ली में प्रवेश नहीं कर सकेंगी इंटर स्टेट बसें दिल्ली-एनसीआर में सर्दी के समय में वायु प्रदूषण को नियंत्रण करने को लेकर केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) सख्त है। ऐसे में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) में संशोधन किया है। अब ग्रेप में चरण तीन और चार के तहत कुछ प्रतिबंधों को चरण दो और तीन में शामिल किया है। ऐसे में ग्रेप दो और तीन को और सख्त बना दिया है। इसमें ग्रेप दो लागू होते ही एनसीआर से आने वाली इंटरस्टेट बसों को दिल्ली में नहीं आने दिया जाएगा। इलेक्ट्रिक बसों, सीएनजी बसों और बीएस-6 डीजल बसों को इसमें छूट दी गई है। साथ ही, ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट वाली बसों, टेम्पो ट्रैवलर को भी छूट दी गई है। वहीं, सार्वजनिक परिवहन को मेट्रो व बसों के फेरों को बढ़ाना होगा। रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) को सुरक्षा स्टाफ को हीटर उपलब्ध कराना होगा।यही नहीं, जब वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 401 से 450 पहुंचेगा तब ग्रेप तीन लागू होते ही दिल्ली के आसपास के अन्य राज्यों से केवल सीएनजी, इलेक्ट्रिक, बीएस-6 वाहनों को एंट्री की इजाजत मिलेगी। इसमें बीएस तीन पेट्रोल और बीएस चार की चार पहिया वाहनों पर प्रतिबंध रहेगा। हालांकि, इसमें दिव्यांग लोगों को छूट मिलेगी। एनसीटी दिल्ली व एनसीआर में डीजल चलित चार पहिया वाहनों पर रोक रहेगी। हालांकि, आपातकालीन वाहनों को छूट दी गई है। दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
हालांकि, केवल जरूरी सामान लेकर आने वाले ट्रकों और एलएनजी, सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रकों को आने की अनुमति रहेगी। प्रदूषण फैलाने वाले ट्रक, वाणिज्यिक चार पहिया वाहनों के दिल्ली में प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। उधर, एनसीआर की सरकारों को बढ़ते प्रदूषण स्तर को देखते हुए पांचवीं कक्षा तक कक्षाएं हाइब्रिड मोड में संचालित करनी होगी। दूसरी ओर केंद्र सरकार को ऑफिस में 50 फीसदी कर्मचारियों के लिए घर से काम करने का फैसला लेना होगा। पहले यह ग्रेप चार में प्रतिबंध लागू होते थे।