भारतीय सेना ने सोमवार को एक बयान में बताया कि कई दिनों की भारी गोलीबारी और तनावपूर्ण हालात के बाद जम्मू-कश्मीर और अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे अन्य क्षेत्रों में एक शांतिपूर्ण रात गुजरी।

भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों से जारी तनाव अब लगभग समाप्त हो चुका है। दोनों देशों के सीमा क्षेत्रों में अब शांति का माहौल है, और बीती रात सीमा पर कोई फायरिंग नहीं हुई। भारतीय सेना ने सोमवार को एक बयान में जानकारी दी कि कई दिनों की भारी गोलाबारी और तनाव के बाद जम्मू-कश्मीर और अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे इलाकों में एक शांतिपूर्ण रात का अनुभव हुआ। 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत और बढ़ते तनाव के बाद यह पहली बार था जब ऐसी शांत स्थिति देखी गई। सेना के अनुसार, नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की कोई घटना दर्ज नहीं की गई।

डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन्स (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई आज अपने पाकिस्तानी समकक्ष से बातचीत करेंगे। यह दूसरा मौका है जब दोनों देशों के डीजीएमओ बातचीत कर रहे हैं। इससे पहले, विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया था कि पाकिस्तान के डीजीएमओ मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्ला ने 10 मई को भारत के डीजीएमओ को फोन कर सीजफायर पर आपसी सहमति बनाने की बात की थी।

डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि हमारे एयरफील्ड और लॉजिस्टिक्स पर हमला करना बेहद कठिन है। उन्होंने बताया कि उन्होंने हाल ही में विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास देखा, जो उनके पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक हैं। बातों को विस्तार देते हुए उन्होंने 1970 के दशक का ज़िक्र किया, जब ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एक मैच के दौरान दो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया था। इसी घटना के बाद ऑस्ट्रेलिया में एक कहावत प्रचलित हुई थी – राख से राख, धूल से धूल, अगर थॉमो तुम्हें नहीं पकड़ता, तो लिली तुम्हें पकड़ लेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर आप घटनाओं की गहराई में जाएंगे, तो आपको समझ आएगा कि वह क्या कहना चाहते हैं। भले ही आप सभी स्तर पार कर लें, लेकिन इस ग्रिड सिस्टम की परतों में से किसी न किसी का प्रभाव आप पर जरूर पड़ेगा।

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