जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित माता वैष्णो देवी धाम की ओर जाने वाले मार्ग पर हाल ही में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिससे स्थिति काफी गंभीर हो गई है. इसके चलते जम्मू-कटरा हाईवे को बंद करना पड़ा और कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. सेना और प्रशासन पूरी तरह से राहत और बचाव कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं. ताजा हालात और घटनाक्रम के अपडेट्स जारी किए जा रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश लगातार चिंता का विषय बनी हुई है, जिसके कारण हालात धीरे-धीरे खराब होते जा रहे हैं। कटरा स्थित माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर बुधवार को बड़े भूस्खलन की घटना के चलते 34 लोगों की जान गई है और 23 अन्य घायल हुए हैं। इसके अलावा, कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण मलबा जमा हो गया है, और पत्थरों के गिरने से जम्मू-कटरा राजमार्ग भी बाधित हो गया है। भारी बारिश के असर को देखते हुए नॉर्दर्न रेलवे ने बुधवार को 22 ट्रेनों को रद्द किया और 27 ट्रेनों को सीमित गंतव्यों तक चलाने का निर्णय लिया। इसमें वैष्णो देवी के बेस कैंप से शुरू होने वाली 9 ट्रेनें भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुखद घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की।

उन्होंने अपने एक्स पोस्ट (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि श्री माता वैष्णो देवी मंदिर मार्ग पर हुए भूस्खलन से हुई जनहानि अत्यंत पीड़ादायक है। उन्होंने शोकाकुल परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करते हुए प्रार्थना की कि घायल जल्द ही स्वस्थ हों। साथ ही उन्होंने प्रशासन के राहत कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि प्रभावित लोगों की सहायता में सरकार तत्परता से जुटी हुई है।

त्रिकूट पहाड़ी पर स्थित मंदिर के मार्ग का एक बड़ा हिस्सा हाल ही में मलबे में बदल गया, जिससे बचाव अभियान लगातार जारी है। संभावना है कि मलबे के नीचे और लोग फंसे हो सकते हैं। लगातार बारिश के कारण जम्मू-कश्मीर में बाढ़ और भूस्खलन की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। जम्मू में पुल ढहने के अलावा बिजली लाइनों और मोबाइल टावरों को भी भारी क्षति हुई है। मंगलवार को सुबह 11:30 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच जम्मू में मात्र छह घंटे में 22 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।

हालांकि, आधी रात के बाद बारिश में कमी आई, जिससे जिले को कुछ राहत मिली। लगातार बारिश और उसके परिणामस्वरूप आई बाढ़ तथा जलभराव के चलते मंगलवार तक 3,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। राहत कार्य जिला प्रशासन, जम्मू-कश्मीर पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, भारतीय सेना और स्थानीय स्वयंसेवकों की संयुक्त टीमों द्वारा संचालित किया जा रहा है। प्रभावित लोगों को अस्थायी आश्रय स्थलों में भोजन, साफ पानी और चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

जम्मू और आसपास के इलाकों में आंधी-तूफान और बारिश

जम्मू और उसके आसपास के क्षेत्रों में इस समय तेज आंधी-तूफान और भारी बारिश का कहर जारी है। इन हालातों से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र हैं जम्मू शहर, आरएसपुरा, सांबा, अखनूर, नगरोटा, कोट भलवाल, बिश्नाह, विजयपुर, पुरमंडल, कठुआ और ऊधमपुर। वहीं, रियासी, रामबन, डोडा, बिलावर, कटरा, रामनगर, हीरानगर, गूल और बनिहाल में हल्की बारिश दर्ज की गई है।

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