नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली करावल नगर मे स्थित जिला टी बी अस्पताल के डिस्टिक टीबी ऑफिसर डॉ एस रमन ने वर्ल्ड टीबी दिवस के अवसर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए यह कहा की टीवी यानी छय रोग का नाम सुनते ही जेहन में एक बेहद कमजोर एवं खांसते हुए व्यक्ति की तस्वीर दिमाग में उजागर हो जाती है

यह बाल एवं नाखून को छोड़कर शरीर के किसी भी अंग में हो सकती है अक्सर लोग टीवी जैसी बीमारी का नाम सुनते ही यह सोचते थे कि यह बीमारी फेफड़ों से संबंधित एक जटिल रोग है मगर यह सब कही सुनी बातें हो गई हैं महिलाओं में अगर बच्चेदानी का टीवी है तो गर्भधारण करने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है अगर व्यक्ति फेफड़ों की टीबी से ग्रस्त है तू उसका हवा से बीमारी का पहले का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है
लोग अक्सर इस बीमारी को दूसरों को बताने से कतराते हैं जिससे मरीज की हालत बद से बदतर हो जाती है अगर सही समय पर डॉक्टर से परामर्श कर कर इसका इलाज शुरू कर दिया जाए तो यह बीमारी ऐसी बीमारी नहीं है जिससे मरीज की जान तक चली जाए दिल्ली में स्लम एरिया में साफ-सफाई के अभाव के चलते यह बीमारी ज्यादा तेजी से फैलती है इस बीमारी के फैलने का सबसे बड़ा एवं महत्वपूर्ण कारण है

की मरीज इसका पूरा इलाज नहीं करवाता है इलाज लंबा चलने के कारण वह इसे बीच में ही छोड़ देता है इस बीमारी के चलते हर 3 मिनट में 3 मौतें होती हैं हर साल लगभग 90 लाख लोगों को टीबी रोग हो जाता है जिसमें कि 15 लाख लोगों की मौत हो जाती है इस बीमारी में अगर मरीजों को पोस्टिक खुराक मिले तो इसको रोकने में काफी मदद मिल सकती है
पीएनबी बैंक के पूर्वी दिल्ली के मंडल प्रमुख के के एल कुकरेजा का यह मानना था जिसके मद्देनजर उन्होंने चौरासी हजार रुपए का एक चैक डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट अरूण मिश्रा जी को दिया व कुछ मरीजों को खाने की कीट भी बाटी इस मौके पर PNBबैंक के रोहित कुमार मुख्य प्रबंधक जिला उत्तर पूर्व व शील कुमार रस्तोगी मौजूद थे