अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुआ एक बोइंग-787 ड्रीमलाइनर विमान टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह विमान, जो अपनी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के लिए जाना जाता है, लंबी दूरी की उड़ानों के लिए कई एविएशन कंपनियों द्वारा उपयोग किया जाता है. 787 ड्रीमलाइनर को नई और तकनीकी रूप से उन्नत एयरक्राफ्ट माना जाता है, जो लॉन्ग-हॉल फ्लाइट्स के लिए बेहद लोकप्रिय है.

गुजरात के अहमदाबाद में एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 दुर्घटनाग्रस्त हो गई है. हादसे की जगह से आसमान की ओर घना काला धुआं उठते हुए देखा गया है. बचाव दल मौके पर पहुंच चुकी है. दुर्घटना एयरपोर्ट से विमान के उड़ान भरने के तुरंत बाद हुई. विमान में क्रू सदस्यों समेत कुल 242 लोग थे.

अहमदाबाद पुलिस कंट्रोल रूम ने इस घटना की पुष्टि की है। खबरों के अनुसार यह विमान अहमदाबाद से लंदन की ओर रवाना हुआ था। टेक-ऑफ करने के कुछ ही समय बाद, विमान मेघानीनगर के पास हादसे का शिकार हो गया।

एक विमान आमतौर पर 30 से 50 साल तक परिचालन में रह सकता है।

बोइंग 787 ड्रीमलाइनर को 44,000 उड़ान चक्रों की डिज़ाइन की गई जीवन अवधि दी गई है, जो लगभग 30 से 50 वर्षों की संभावित उम्र को दर्शाती है। हालांकि, अधिकांश वाणिज्यिक विमानों का सेवा जीवन आमतौर पर इतना लंबा नहीं होता। 787 की मजबूती इसे बेड़े प्रबंधन और सेवानिवृत्ति योजनाओं में अधिक लचीलापन प्रदान करती है। अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुआ विमान केवल साढ़े 11 साल पुराना था।

अहमदाबाद से लंदन की उड़ान

अहमदाबाद से लंदन तक की उड़ान लगभग 7,000 किलोमीटर की होती है, जो 787-8 ड्रीमलाइनर के लिए एक आदर्श दूरी है। यह विमान आरामदायक और ऊर्जा-कुशल है। आज के समय में कई एयरलाइंस, जैसे एयर इंडिया, ब्रिटिश एयरवेज और एतिहाद, इस मार्ग पर 787-8 ड्रीमलाइनर का उपयोग करती हैं।

सिक्योरिटी मेजर्स

एडवांस्ड सुरक्षा जांच: हवाई अड्डे पर यात्रियों की कड़ी जांच की जाती है, जिसमें सामान की जांच, शारीरिक स्कैनिंग और पहचान पत्र सत्यापन शामिल होते हैं।
कॉकपिट सुरक्षा: 787-8 में कॉकपिट एक्सेस कंट्रोल सिस्टम लगा है, जिससे अनधिकृत प्रवेश को रोका जा सकता है।

साइबर सुरक्षा: विमान के सिस्टम्स को हैकिंग से सुरक्षित रखने के लिए उन्नत साइबर सुरक्षा उपाय उपलब्ध हैं।

इंटेलिजेंस साझाकरण: एयरलाइंस और सरकारी एजेंसियां रियल-टाइम में जानकारी साझा करती हैं, जिससे किसी भी संभावित खतरे का पहले ही पता लगाया जा सके।

रिडंडेंट सिस्टम्स: 787-8 विमान में कई सिस्टम्स को रिडंडेंट डिज़ाइन किया गया है, जैसे इंजन, हाइड्रोलिक्स, और इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी एक सिस्टम के फेल होने पर दूसरा सिस्टम प्रभावी ढंग से काम कर सके।



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