उत्तरकाशी जिले का धराली गांव, जहां यह त्रासदी घटी है, गंगोत्री धाम जाने के मार्ग पर एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह गांव हर्षिल से लगभग तीन से चार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जबकि यहां से गंगोत्री धाम लगभग 20 किलोमीटर दूर है।

महज कुछ सेकेंड का वक्त और एक आबाद इलाका मलबे के ढेर में बदल गया, जहां अब करीब 20 फुट ऊंचा मलबा नजर आता है. ये सब इतनी तेजी से हुआ कि लोगों को हालात समझने या बचाव का कोई मौका ही नहीं मिला. मलबे में दबी इमारतें इस त्रासदी की भयावहता को स्पष्ट कर रही हैं. उत्तरकाशी के धराली खीर गाढ़ में बादल फटने के बाद का दृश्य दिल दहलाने वाला है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह बेतहाशा वेग से आया सैलाब दर्जनों होटल और मकानों को तिनके की तरह बहा ले गया.

गंगोत्री से 20 किमी दूर है धराली

उत्तरकाशी जिले में स्थित धराली गांव गंगोत्री धाम के रास्ते में एक प्रमुख पड़ाव है, जो हर्षिल से लगभग तीन-चार किलोमीटर की दूरी पर है. यहाँ से गंगोत्री धाम करीब 20 किलोमीटर दूर है. गंगोत्री की ओर जाने वाले अधिकांश यात्री हर्षिल में ठहरते हैं, लेकिन जो हर्षिल में रुकने का समय नहीं निकाल पाते, वे धराली में ठहरते हैं. धराली कस्बे के बाद गंगोत्री तक का सफर पहाड़ी रास्ते से होता है और इस मार्ग पर कोई अन्य कस्बा नहीं है. यही कारण है कि धराली में यात्रियों की सुविधा के लिए कई गेस्टहाउस, होमस्टे, रेस्टोरेंट और ढाबे मौजूद हैं.

बादल फटने से तिनके की तरह बहीं इमारतें

धराली के ऊपर खीर गंगा के जलग्रहण क्षेत्र में बादल फटने की वजह से इस विनाशकारी घटना का सामना करना पड़ा है। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि भारी मात्रा में पानी के साथ बड़े-बड़े पत्थर और मलबा तेजी से नीचे की ओर बहते हुए आ रहे हैं, जो रास्ते में बनी इमारतों को अपने साथ बहा ले जाते हैं। इस हादसे के बाद दो से तीन मंजिला इमारतें लगभग पूरी तरह मलबे में दब चुकी हैं। इन इमारतों की अब सिर्फ छतें ही दिखाई दे रही हैं, जबकि बाकी हिस्से मलबे के नीचे दबे नजर आते हैं।

सेना, NDRF, प्रशासन ने संभाला मोर्चा

इस आपदा में 50 से 60 लोगों के लापता होने की सूचना मिली है। पुलिस, दमकल विभाग, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और भारतीय सेना ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। उत्तराखंड पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि उत्तरकाशी के धराली और खीर गाढ़ क्षेत्रों में बढ़े हुए जलस्तर के कारण धराली मार्केट क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है।

हालात पर सीएम धामी की नजर 

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि धराली क्षेत्र में बादल फटने के कारण हुए भारी नुकसान का समाचार अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है. राहत और बचाव कार्यों के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन तथा अन्य संबंधित टीमें पूरी तत्परता के साथ काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में वह लगातार वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में हैं और स्थिति पर गहराई से निगरानी रखी जा रही है. मुख्यमंत्री ने सभी के सकुशल होने की कामना करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *