नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली जीटीबी एनक्लेव दिलशाद गार्डन ताहिरपुर स्थित दिल्ली सरकार के एक बड़े अस्पताल राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में हुई दिव्यांग जन के साथ अभद्रता। दिव्यांगजन डॉ राकेश रमन झा ने राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के एक वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ पर लगाए अभद्रता के गंभीर आरोप, दिव्यांगजन खुद दिल्ली सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के एक सक्रिय सदस्य हैं।
उनका आरोप है कि बीते शनिवार को वह अपने रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल आए हुए थे अस्पताल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ का पंजीकृत पर्चा बनवा कर वह अपनी बारी का इंतजार करने लगे और जब काफी समय बाद उनका नंबर आया तो वह अपनी व्हीलचेयर के साथ डॉक्टर के कमरे में प्रवेश करते हैं इतना देखते ही डॉक्टर उन पर बरस पड़े और यह और यह कहते हुए अपनी कुर्सी से खड़े हो गए कि आपकी हिम्मत कैसे हुई मेरे कमरे में व्हीलचेयर के साथ आने की दिव्यांगजन ने जब यह कहा कि मैं अपने पैरों पर चलने में असमर्थ हूं तो बताइए फिर मैं आपके कमरे में किस तरह से आऊं इतना सुनते ही वरिष्ठ हृदय विशेषज्ञ अपनी कुर्सी से खड़े हुए और यह कहकर कमरे से बाहर चले गए कि अब आप यहां पर रहिए मैं जा रहा हूं
आधा घंटा इंतजार करने के बाद भी जब डॉक्टर नहीं आए तो दिव्यांगजन ने देखा कि उनके पंजीकृत पर्ची पर किसी और मरीज को दवाई लिखकर वह अस्पताल का पंजीकृत पर्चा उस मरीज को दे दिया गया जब इसकी शिकायत दिव्यांगजन ने अस्पताल के डायरेक्टर से करनी चाही तो डायरेक्टर ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि वह अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर है और हम उनके खिलाफ कोई भी एक्शन नहीं ले सकते इसके उपरांत दिव्यांगजन डॉ राकेश रमन झा ने अपनी एक लिखित शिकायत जीटीबी एनक्लेव थाने के एसएचओ को भी दी। दिव्यांगजन डॉक्टर राकेश रमन झा ने सरकार एवं प्रशासन से शिकायत करते हुए यह मांग की है कि उनको व उनके जैसे लाखों दिव्यांग जनों को उचित आत्म सम्मान की दृष्टि से सभी लोगों को देखना चाहिए।