अमेरिका द्वारा चीन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद अमेरिकी बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई है। वॉल स्ट्रीट पर S&P 500 और नैस्डैक ने 10 अप्रैल के बाद एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट का अनुभव किया है।
डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है, जो 1 नवंबर 2025 से चीन से आयात किए जाने वाले सामानों पर लागू होगा। इस घोषणा के बाद अमेरिका और चीनी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई है। इसके चलते भारतीय निवेशक भी चिंतित हैं और यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि सोमवार को भारतीय बाजार खुलने पर स्थिति कैसी रहेगी।
ट्रंप के 100% टैरिफ लगाने के फैसले ने चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति उत्पन्न कर दी है। आशंका जताई जा रही है कि इस कदम के जवाब में चीन भी कड़ा कदम उठा सकता है। यदि ऐसा हुआ, तो दुनिया की दो सबसे बड़ी आर्थिक ताकतों के बीच व्यापारिक तनाव और बढ़ जाएगा, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए बिल्कुल भी उपयुक्त नहीं होगा। इसी कारण से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि सोमवार को भारत सहित वैश्विक शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है।
अमेरिकी शेयर बाजार में तबाही
शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट में बड़ी गिरावट देखने को मिली, जहां S&P 500 और नैस्डैक ने 10 अप्रैल के बाद से एक दिन की अपनी सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 1.90% की गिरावट के साथ 45,479.60 पर बंद हुआ, वहीं S&P 500 में 2.71% की गिरावट आई और यह 6,552.51 पर पहुंच गया। इसके अलावा, नैस्डैक कंपोजिट 3.56% तक लुढ़ककर 22,204.43 पर बंद हुआ।
ट्रंप ने चीनी आयात पर 100 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने और अमेरिकी सॉफ्टवेयर पर नए निर्यात नियंत्रण लागू करने की घोषणा की है. इस फैसले के चलते प्रमुख टेक कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई है. NVIDIA, टेस्ला और अमेजन जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में 2 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है.
एक्सपर्ट ने क्या कहा?
पोनमुडी ने कहा कि अमेरिका-चीन टैरिफ विवाद के फिर से तेज़ होने से वैश्विक जोखिम धारणा पर प्रभाव पड़ने की संभावना है. इस व्यापारिक तनाव के कारण डॉलर की स्थिति प्रभावित हो सकती है, जिससे उभरते बाजारों के शेयर और मुद्राओं पर अतिरिक्त दबाव बढ़ेगा. कॉर्पोरेट जगत पर नजर डालते हुए पोनमुडी ने बताया कि आईटी सेक्टर पर सबकी निगाहें टिकी होंगी, जहां इंफोसिस, एचसीएल टेक और टेक महिंद्रा जैसी बड़ी कंपनियां अपनी दूसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा करेंगी.

